आज मैंने चाँद देखा ..
यूँ तो रोज़ ही देखते हैं ..पर आज टेलीस्कोप से देखा ..तो पता चला चाँद पर दाग तो हैं..
पर वही उसको और खूबसूरत बनाते हैं ..
थोड़ी सी कमी ही सम्पूर्णता की तलब बढाती है ...
और खूबसूरत होने का एहसास दिलाती है ..
ये मुझे तब पता चला जब ...
आज मैंने चाँद देखा !!
---------------------------------------------------------------------------विपिन
(इनफ़ोसिस की ओर से तरह तरह के तारों और ग्रहों को देखने के लिए टेलीस्कोप का इंतज़ाम किया गया था
...और चाँद को देखते ही मैं मानो मंत्रमुग्द्ध हो गया था...वही इक छोटा सा ख्याल आया जो यहाँ
पेश-ए-खिदमत किया है)
यूँ तो रोज़ ही देखते हैं ..पर आज टेलीस्कोप से देखा ..तो पता चला चाँद पर दाग तो हैं..
पर वही उसको और खूबसूरत बनाते हैं ..
थोड़ी सी कमी ही सम्पूर्णता की तलब बढाती है ...
और खूबसूरत होने का एहसास दिलाती है ..
ये मुझे तब पता चला जब ...
आज मैंने चाँद देखा !!
---------------------------------------------------------------------------विपिन
(इनफ़ोसिस की ओर से तरह तरह के तारों और ग्रहों को देखने के लिए टेलीस्कोप का इंतज़ाम किया गया था
...और चाँद को देखते ही मैं मानो मंत्रमुग्द्ध हो गया था...वही इक छोटा सा ख्याल आया जो यहाँ
पेश-ए-खिदमत किया है)
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